आज सुबह, मैं काफ़ी दिनों के बाद बांद्रा क़िले में तस्वीर लेने के लिए गया। मेरे पास एक साधारण सी पैनकेक लेन्स थी लेकिन कई तस्वीरें अच्छी मिल गईं।
मैं जब भी मुम्बई में तस्वीर लेने की सोचता हूँ तो मुझे सबसे पहले बांद्रा-वर्ली सी लिंक का ही ख़्याल आता है। और बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तस्वीर लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह बांद्रा क़िला ही है। पुराने खंडहरों और नई वास्तुकला को एक ही फ़्रेम में देखना कभी-कभी आश्चर्यजनक होता है।
मैं कैमरा तो थैले में हमेशा रखता हूँ, मगर कभी-कभी तस्वीरों की खोज करना भूल जाता हूँ। मैं अब कोशिश करूँगा कि हर सप्ताह फ़ोटोग्राफ़ी करने का इरादा बनाकर कम-से-कम एक दिन बाहर निकलूँ। शायद सप्ताह में एक दिन तस्वीर लेने के इरादे से बाक़ी दिनों में भी तस्वीरें दिखाई देने लगें।








